जीवन पर हिंदी कविता | Hindi poem on life | Quotes | Ishwar

कवि की आत्म कथा जीवन पर हिंदी कविता "मेरी पहचान" समाज को मजबूत लक्ष्य के प्रति प्रेरित करती है। धरती माँ पर सूर्य की किरण से निकलने वाली सुबह की रोशनी रणभूमि में कवि की कलम से कागज पर विजय गाथा की hindi poem on life लिख रही है। 

Quotes

"स्नेह एवं आशीर्वाद सच्चे मन से स्वीकार करने पर व्यक्ति को अहंकार से मुक्त कर देता है"-ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

जीवन पर हिंदी कविता एक परिचय  होम पेज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें  

एक  संघर्ष की कहानी के बाद जब -जब इस धरती में मुझे सफलता मिलेगी जीवन पर हिंदी कविता की यह चन्द पंक्तियाँ जिस प्रकार से एक पुत्र या पुत्री  की सफलता के बाद माता-पिता गर्व के साथ उसके उज्जवल भविष्य की कामना एवं आशीर्वाद देने के लिए खड़े होते  है, ठीक उसी प्रकार तब - तब मेरी पहचान  एक  उज्जवल भविष्य की  कामना के लिए शुभ अवसर पर हमेशा मेरे साथ में  खड़ी रहेगी। hindi poem on life की चंद पंक्तियाँ "मेरी पहचान " मुझे जो आशीर्वाद दे रही है। मैं उस आशीर्वाद को सहज स्वीकार करता हूँ। मैं जिला पौड़ी गढ़वाल के समस्त अध्यापक /अध्यापिकाओं एवं  क्षेत्रीय जनता तथा फेसबुक साथियों के साथ -साथ आपका  प्यार और स्नेह इस पोस्ट के माध्यम से सहज एवं प्रेमपूर्वक स्वीकार करता हूँ। मेरी पहचान एवं आप सभी विवेकशील  बुद्धिजीवियों  का स्नेह एवं आशीर्वाद मुझे हमेशा मेरा  साधारण व्यक्तित्व प्रदान करता रहेगा। जिसका मैं हमेशा अभिलाषी रहूँगा।


जीवन पर हिंदी कविता "मेरी पहचान" 

आइये मेरी आत्म कथा पर आधारित आज की इस कड़ी में पढ़िए संक्षिप्त हिंदी कविता -  "मेरी पहचान" होम पेज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें Click Here

Quotes

"आन्तरिक मान - सम्मान पाने वाले व्यक्ति ईश्वर के प्रिय होते है"- ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

मेरी पहचान

सूर्य की रोशनी में तू ,
जीवन की पहली किरण मिली।
वर्षो से इन्तजार मुझे ,
आज वह नई  सुबह मिली।।
सूरज को हाथों में उठाकर चलना ,
तू एक तमना मिली।
रणभूमि में युद्ध करते - करते ,
मुझे आज विजय मिली।।
अकेले दूर सफर में पिछड़कर ,
तू कलम घायल मिली।
कोरे कागज का चरित्र मुझे ,
आज एक नई पहचान मिली।।
तेरी गलियों में हे ! धरती।
भारत माँ की संस्कृति मिली।।
ईश्वर की शरण में आज ,
मुझे जीवन की कीमत मिली।।
यह कविता मेरी काव्य पुस्तक "ईश्वर" से संकलित है -
                                 ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

होम पेज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें Click Here

Quotes

"मजबूत लक्ष्य से ही राष्ट्र विकसित एवं शक्तिशाली बनता है" -  ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

 

जीवन पर  हिंदी कविता का सन्देश 

कवि उपर्युक्त कविता के माध्यम से यह सन्देश देना चाह रहे है कि मेहनत , ईमानदारी एवं लगन से किया गया सकारात्मक कार्य एक दिन जरूर सफल होता  है। जीवन में अच्छे  कर्म  करते हुए मनुष्य को विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ता है। बाधाये अक्सर मनुष्य को कमजोर बना देती है। मनुष्य का दृढ़ संकल्प अथवा  दृढ़ इच्छाशक्ति  ही बाधाओं से मुक्त कर सकती है। बाधाओं का अगर आप दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ  सामना करते है तो जीवन में यह बाधाये ही आपको मजबूत बना देती है। यह बाधायें ही आपको संयम का पाठ सिखाती है। आपको कर्मयोगी बना देती है। आपका जीवन एवं भविष्य सुरक्षित कर देती है। मनुष्य को बाहरी नहीं अपितु आन्तरिक रूप से जो मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा  मिलती  है, वह मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा जीवन में बाधाओं के कारण ही सम्भव होता है। आन्तरिक रूप से मनुष्य को जो मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा मिलती है वह मनुष्य ईश्वर के प्रिय होते है। अक्सर बाहरी रूप से मनुष्य को जो मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा मिलती है वह अक्सर दिखावटी ही होता है , यह मेरा मानना है। यह सत्य भी हो सकता है और असत्य भी। केवल स्वार्थ के कारण ही आसानी के साथ सफलता मिलती है। अथवा लक्ष्य कमजोर होने पर भी मनुष्य को आसानी के साथ सफलता मिल सकती है। फलस्वरूप इस प्रकार के व्यक्ति जीवन में  बहुत जल्दी हार स्वीकार कर लेते है। मनुष्य का लक्ष्य जीवन में मजबूत होना चाहिए। मजबूत लक्ष्य के कारण ही एक मनुष्य ईमानदार , कर्मठ , समाजसेवी एवं अच्छे संस्कारों  के साथ सर्वगुणी बनता हैं। मजबूत लक्ष्य के कारण ही एक राष्ट्र विकसित एवं शक्तिशाली बनता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में मजबूत लक्ष्य को अपनाना चाहिए। जीवन पर हिंदी कविता आपको पसंद आयी होगी। हालाँकि कविता में स्पष्ट सारांश नहीं दिया गया है। कविता का भाव अथवा सारांश बहुत ही सरल होने के कारण कविता में जो सन्देश छुपा है , कवि ने उस सन्देश को आपके साथ साझा किया है। जो कि जीवन पर हिंदी कविता का ही एक अंश है। 

होम पेज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें Click Here

आप पढ़ रहे है......  hindi poem on life

Quotes

"बाधायें पार करने पर मनुष्य कर्मयोगी बन जाता है" ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

जीवन पर  हिंदी कविता का उदेश्य

कविता का मूल उद्देश्य  समाज को मजबूत निस्वार्थ भावना से सकारात्मक कर्म करने  को प्रेरित करना है। जिससे कि व्यक्ति , परिवार , गांव , शहर  एवं  राष्ट्र विकसित एवं शक्तिशाली बन सके।

जीवन पर हिंदी कविता का सम्बन्ध 

उपर्युक्त स्वरचित कविता मेरी आत्म कथा से सम्बन्धित एवं मेरी काव्य पुस्तक "ईश्वर" से संकलित है।  जो  कि पूर्ण रूप से कॉपीराइट एक्ट के अधीन हैं। बिना आज्ञा के पोस्ट को व्यवसाय के लिए इस्तेमाल करने पर कॉपीराइट क्लेम किया जायेगा। 

जीवन पर हिंदी कविता का निवेदन 

आपसे निवेदन है कि कविता को अधिक से अधिक शेयर कर हिंदी काव्य एवं साहित्य को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें। आशा करता हूँ कि कविता एवं पोस्ट आपको अच्छी होगी। सम्बन्धित कविता का वीडियो जल्दी ही यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध होगा। आपने अपना  कीमती समय निकालकर पोस्ट को दी , उसके लिए मैं आपका दिल से आभारी हूँ। Hindi poem on life आपको पुनः कैसी  लगी कमेंट बॉक्स में अपने विचार अवश्य लिखना। 

होम पेज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें Click Here

Quotes

"निश्चित सीमा से अधिक स्वाभिमानी होना व्यक्ति को अंहकारी बना देता है"  ईश्वर तड़ियाल '' प्रश्न ''

आशा 

आपसे आशा करता हूँ की आप ब्लॉग के होम पेज पर अवश्य ही विजिट करेंगे -

                 HOME PAGE click here
लिंक 

अन्य हिंदी कविताओं  का सम्पूर्ण सारांश सहित पढ़ने अथवा  यूट्यूब पर देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करे -

1 - यूट्यूब चैनल पर गढ़वाली कविता "स्कूल मा माँ जी "










एक टिप्पणी भेजें

7 टिप्पणियाँ

आपको पोस्ट कैसी लगी , अपने सुझाव अवश्य दर्ज करें।